World Yoga Day 2020 : " करें योग रहें निरोग", देखें योग दिवस पर मॉडर्न तकनीक

योग भारत की प्राचीन विरासत है। जिसके माध्यम से ऋषि मुनि
स्वस्थ रहा करते थे। धीरे-धीरे इसे आम जनमानस ने अपनाना शुरू कर दिया।
 लेकिन ऋषियों द्वारा किया जाने वाला योग का ये स्वरुप अत्यंत कठिन होता था। जिसकी वजह से सामान्य मनुष्य के लिए उसे कर पाना काफी मुश्किल भरा था।
 ऐसे में योग की नई मुद्राओं और आसन की खोज की गई। जिसे सभी जन आसानी से कर स्वस्थ शरीर पा सकें।
बात करें योग के प्रकारों की तो इसके बहुत सारे प्रकार बताए गए हैं। जैसे कृपालु योग, इष्ट योग.कुंडलिनी योग, आनंद योग, शिवानंद योग, स्वरूप योग, विनियोग लेकिन हम आपको इन योग के सबसे प्रचलित योग के बारे में बताएंगे।

अष्टांग योग :

अष्टांग योग को राजयोग भी कहा जाता है। मूलत: यहीं योग सबसे ज्यादा प्रचलित है।
महर्षि पतंजलि के बताए योग अष्टांग योग ही होते हैं। इस योग के आठ अंग है- यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि।
 इन आठों अंगों के अपने उप अंग भी  हैं। लेकिन ज्यादातर आम लोग इसके तीन अंगों को करते हैं। आसन, प्राणायाम और ध्यान।

हठ योग:

'हठ' शब्द का प्रयोग जिद या जबरदस्ती के लिए किया जाता है। लेकिन योग से जुड़कर इसका रूप आध्यात्मिक हो जाता है। 'हठ' शब्द का योग में बहुत ही गूढ़ अर्थ है।
'ह' अक्षर से तात्पर्य दाएं नासिका स्वर से लिया जाता है और 'ठ' से ठकार यानी की बाएं नासिका स्वर से लिया जाता है।
इन दोनों के योग से बना है शब्द हठ। जिसमें मध्य स्वर या सुषुम्ना नाड़ी का आवागमन होता है। जिसे करने से कुंडलिनी शक्ति और चक्र जागृत होते हैं।
हठ योग करने वाले ज्यादातर शैव संप्रदाय के होते थे और ये दुनिया से विरक्ति का मार्ग बताते थे। हठ योग में भी कई अंगों का जिक्र है। जिनमें षट्कर्म, आसन, मुद्रा, प्रत्याहार, प्राणायाम, ध्यान और समाधि शामिल हैं।

हॉट योगा:

हॉट योगा प्राचीन योग के रूप को बदलकर मॉडर्न तकनीक के साथ जोड़ दिया गया है। जो अब भारत में भी काफी प्रचलित है।
इसे ज्यादातर सेलिब्रेटीज और सितारे करना पसंद करते हैं। ये योग काफी कठिन और जटिल आसनों से पूर्ण होता है।
 हॉट योगा करने के लिए ऐसी जगह का चुनाव किया जाता है।
 जहां पर तापमान 40 डिग्री सेंटिग्रेड या उससे ऊपर सेट किया जाता है। साथ ही इस कमरे की आर्द्रता या नमी 50 प्रतिशत के आसपास होती है।
योगा करने के लिए बनाए गए इस गर्म तापमान के कारण ही इस योग का नाम हॉट योगा रखा गया है। पॉवर योगा, फॉरेस्ट योगा इसकी की कैटेगरी में आते हैं।

अनुसार योग:

अनुसार योग हठ योग का ही बदला हुआ रूप है। जिसे अमेरिकी योग टीचर जॉन फ्रेड ने 1997 में शुरू किया था।
 पश्चिमी देशों की स्वास्थ्य स्थितियों और आध्यात्म के तत्वों को मिलाकर इस योग को बनाया गया था।
इस योग ने अपना स्कूल भी खोल रखा है जिसमें दुनियाभर के अनुसार योग के टीचरों के लिए मानक स्थापित किया जाता है।

इस प्रकार यदि नियमित योग किया जाए तो निश्चित ही निरोगी जीवन जिया जा सकता है। इसलिए कहा जाता है," करें योग रहें निरोग।"


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