Posts

Showing posts from December, 2018

सर्दियों में चेहरे पर आएगा जादुई निखार और बैली फैट की छुट्टी, करें इन 5 फलों का सेवन

Image
आप खाने पीने पर कंट्रोल किए बिना ही अपने टमी फैट से छुटकारा पाना चाहते है तो सर्दियों में मिलने वाले ये 5 फल आपकी मदद कर सकते हैं।  इस बात को तो सब जानते हैं कि हेल्दी तरीके से वजन कम करना बेहद मुश्किल काम है। खासतौर पर बात जब पेट पर जमी चर्बी को कम करने की हो रही हो। ऐसे में कुछ मौसमी फलों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाकर आप अपना लक्ष्य आसानी से पा सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।   चेहरे पर निखार लाने में मदद  करता है  संतरा  खट्टा-मीठा संतरा सर्दियों में ना सिर्फ आपके चेहरे पर निखार लाने में आपकी मदद करेगा बल्कि आपकी बॉडी को भी शेप में रखेगा। संतरे में एमिनो एसिड, विटामिन ए, कैल्शियम, आयोडीन, सोडियम फास्फोरस जैसे तत्व भी पाए जाते हैं।  संतरे के सेवन से शरीर का वजन कम किया जा सकता है। फलों में संतरे का सेवन सबसे अच्छा होता है। संतरे का सेवन करने से शरीर में विटामिन सी की पूर्ति होने के साथ शरीर में ताजगी भी बनी रहती है।    विटामिन सी, लाइकोपिन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर  अमरूद  सर्दियां आते ही आपके घरों में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला फल सिर्फ स्वाद में ही नहीं बल्कि गु

सेब का सिरका ; त्वचा और बालों के लिए वरदान ही नहीं, महिलाओं के लिए है रामबाण

Image
सेब के सिरके का प्रयोग खाने और सलाद बनाने के लिए करते हैं।  वहीं, बहुत सारे लोग वजन कम करने के लिए भी इसे पीते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं महिलाओं की सेहत के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है।  इसमें मौजूद पोषक तत्व कई रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। इसमें गुड बैक्टीरिया पाए जाते हैं, जो खाने को पचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।  आइए जानते हैं सेब के सिरके से महिलाओं को होने वाले फायदों के बारे में... पीएमएस में मददगार पीरियड्स के दौरान महिलाओं को क्रैम्पेस(पेट में भयानकर दर्द), फूड क्रेविंग, थकावट जैसी चीजें होती हैं। इन सभी परेशानियों से आप सेब के सिरके को अपनी डाइट में शामिल कर दूर कर सकते हैं। इसके लिए आपको 1 गिलास पानी में 1 छोटा चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पीना चाहिए। आप चाहें तो इसमें थोड़ा सा शहद भी मिला सकते हैं। हार्मोन्स को बैलेंस रखने में करता है मदद सेब का सिरका हमारे शरीर में बिगड़े हार्मोन्स को संतुलित रखने में भी मदद करता है। अगर आपको पीसीओएस की परेशानी है तो इसमें भी यह रामबाण

मेथी का थेपला ; सर्दियों में स्वाद के साथ सेहत के लिए बेहद फायदेमंद

Image
मेथी का थेपला खाना लोगों को बहुत पसंद है।ये गुजराती नाश्ता चाय के अलावा दही, आचार के साथ भी खाया जाता है।  ये स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है।  सामग्री आटा- 2 कटोरी ऑयल- 2 चम्मच सूखी मेथी- 1 चम्मच नमक- स्वादानुसार अदरक- 1/2 चम्मच पेस्ट  हरी मिर्च- 2 बारीक कटी हुई या पीसी हुई लहसून- 1/2 चम्मच पेस्ट  धनिया पाउडर- 2 चम्मच चीनी- स्वादानुसार  दही- आटा गूंथने के लिए  प्याज- चाहें तो 1 बारीक कटा हुआ बनाने का तरीका- मेथी का थेपला बनाने के लिए आपको सबसे पहले थेपला का आटा गूंथना है।उसके लिए सबसे पहले एक बाउल में आटा डालकर उसमें थोड़ा सा तेल, सूखी मेथी, धनिया पाउडर, अदरक, लहसुन, मिर्ची का पेस्ट, नमक और चीनी मिलाकर मिक्स कर लें।  अब इस मिश्रण को दही डालकर अच्छे से गूंथ लें। जिस तरह रोटी के लिए आटा गूंथना होता है ठीक उसी तरह से आपको थेपले का आटा भी गूंथंना है।अगर आप प्याज भी डालना चाहते हैं तो उसे दही डालने से पहले ही आटे में मिक्स कर लें। इस आटे को 5-10 मिनट के लिए ढककर रख दें।अब इस आटे की गोल आकार की रोटी बना लें।इसे तवे पर परांठों की तरह तेल लगाकर सेक

टॉप 5 प्रोटीन बेस्‍ड फूड खाएं सेहत बनाएं

Image
प्रोटीन हमेशा आपकी डाइट में होना चाहिए। क्‍योंकि यह बेहद हेल्‍दी है और इस पोषक तत्व को खाने से अलग नहीं किया जा सकता। प्रोटीन एमिनो एसिड की संरचना की सीरीज हैं जिसकी मानव शरीर को कई कार्यों को सही तरीके से करने के लिए आवश्यकता होती है।   आमतौर पर, प्रोटीन दो अलग-अलग प्रकार का होता हैं  मट्ठा प्रोटीन और केसीन प्रोटीन।   मट्ठा प्रोटीन में सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं जो मजबूत मांसपेशियों के निर्माण से आवश्यक होते हैं। दूसरी ओर केसीन प्रोटीन को पचाने के लिए हमारी बॉडी अधिक समय लेती है। प्रोटीन कई स्वास्थ्य लाभ देता हैं जैसे मांसपेशियों की ताकत देना, हड्डियां मजबूत होना, टिश्यू की मरम्मत, मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देना, हेल्‍दी प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण करना।  इसलिए, हमारी डाइट में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन शामिल करना हमारे लिए महत्वपूर्ण हो जाता है। यदि आप पर्याप्त प्रोटीन का सेवन नहीं करते हैं तो इसका सीधा असर आपके स्वास्थ्य पर आता है।  प्रोटीन पौधों और पशु स्रोत दोनों में पाया जाता है। पशु स्रोत, जैसे गोमांस, चिकन, टूना, मुर्गी, मछली में हाई प्रोटीन होता है।  दूसरी

मक्के का लच्छा पराठा ; सर्दियों में स्वाद ही नहीं सेहत भी रखे फिट

Image
सर्दी मक्के की रोटी की जगह मक्के का लच्छा पराठा ट्राई कीजिए।  मक्के का ये लच्छा पराठा ना सिर्फ मुंह में पानी ला देगा बल्कि इसका स्वाद आपकी भूख बढ़ाने के साथ-साथ ठंड में आपके शरीर को गरम भी रखेगा।  आइए जानते हैं क्या है इसे बनाने की मजेदार रेसिपी।     मक्के का लच्छा पराठा बनाने की सामग्री मक्का आटा - 1 कप  गेहूं का आटा - 1 कप हरा धनिया - थोड़ा सा बारीक कटा हुआ घी - 2-3 टेबल स्पून हरी मिर्च - 1 (बारीक कटी हुई) जीरा - ½ छोटा चम्मच नमक - ¾ छोटा चम्मच या स्वादानुसार तेल - 1-2 छोटा चम्मच मक्के का लच्छा पराठा बनाने की विधि मक्का का लच्छा पराठा बनाने के लिए आप एक बाउल में पहले मक्के का आटा और गेहूं का आटा डालें।इसमें 3/4 छोटी चम्मच नमक, 1/2 छोटी चम्मच जीरा, 1 हरी मिर्च बारीक कटी हुई, बारीक कटा हरा धनिया,  1-2 छोटी चम्मच तेल डाल दें।इसे अच्छे से मिक्स करें और फिर आटे में थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए नरम आटा गूंथ लें।  गूंथे हुए आटे को ढककर 15-20 मिनट के लिए रखें इससे आटा सैट हो जायेगा। 20 मिनिट बाद आटे के सैट होने पर, हाथ पर थोड़ा सा घी लगाकर आटे को मसल लें।  गुंथे हुए

छुहारे का हलवा ; उंगलियां चाटने पर मजबूर कर देगा, सर्दी में भी गर्मी का एहसास कराये

Image
हल्वा खाना हर किसी को पसंद होता है। सर्दियों के मौसम में अमूमन घरों में गाजर का हलवा बनाया और खाया जाता है। पर आज जिस हलवे के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वह शायद ही आपने पहले बनाया या खाया होगा।  हम बात कर रहे हैं छुहारे के हलवे की, जो टेस्ट के साथ-साथ आपकी सेहत के लिए भी अच्छा होता है। सर्दियों के मौसम में  छुहारे के हलवे के फायदे -यह आपको ठंड से बचाता है और हमारे शरीर को मजबूती प्रदान करता है। -इसके साथ ही यह आपके शरीर में कभी खून की कमी नहीं होने देता। -यह प्रतिरोधक क्षमता तथा पौरूष शक्ति को बढ़ाता है।  छुहारे का हलवा बनाने की  सामग्री : -छुहारा– 200 ग्राम  -दूध– 1/2 लीटर -शक्कर– 100 ग्राम -कद्दूकस किया हुआ नारियल– 02 बड़े चम्मच -देशी घी– 04 बड़े चम्मच -बादाम– 10-12 नग, -काजू– 10-12 नग -इलायची पाउडर– 01 छोटा चम्मच -किशमिश– 10-12 हलवा बनाने की विधि : सबसे पहले छुहारों को दूध में 6 घंटे पहले भीगा कर रख दें। अब एक तरफ बादाम और काजू को कतर लें।  इसके बाद भीगे हुए छुहारों में से चाकू की मदद से बीज निकाल दें।  अब इसे मिक्सी में डाल कर हल्का दरदरा पी

आंवले का पानी है अमृत, सर्दियों में उपयोगी बीमारियों को जड़ से करता है खत्म

Image
आंवला एक ऐसा फल है जो अपने औषधीय गुणों की वजह से जाना जाता है।  कैल्शियम, विटामिन सी, आयरन, फॉस्फोरस, कैरोटीन और विटामिन बी कॉम्पलेक्स से भरपूर आंवले को रोजाना खाने में शामिल करने की सलाह दी जाती है।  इसे खाने के फायदे आपने बहुत सुने होंगे, पर आज हम आपको बताने वाले हैं आंवले का पानी पीने के अचूक फायदों के बारे में। कैसे बनाएं आंवले का पानी आंवले को काटकर धूप में सुखा लें और फिर इसे पीसकर पाउडर तैयार कर लें। अब रोजाना एक चम्मच पाउडर को पानी में मिलाकर पिएं। विटामिन्स, मिनिरल्स और डायट्री फाइबर से भरपूर  विटामिन्स, मिनिरल्स और डायट्री फाइबर से भरपूर 100 ग्राम आंवले में सिर्फ 60 कैलरी होती है। इसमें मौजूद एंटी वायरल गुण बॉडी के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। मेटाबॉल्ज्म सही रखने में करे मदद  अमीनो एसिड से भरपूर आंवला मेटाबॉल्ज्म सही रखने में मदद करता है। इसके साथ ही यह वेट कंट्रोल के लिए भी फायदेमंद है। शरीर में बल्ड शुगर को करे कम आंवले में मौजूद क्रोमियम शरीर में बल्ड शुगर को कम करता है और इसके साथ ही डायबीटीज को भी कंट्रोल में रखता है।

सर्दियों में हीटर ! समझ लें यह जरूरी बातें, कहीं देर न हो जाय

Image
जाड़ों में हीटर का साथ मिल जाए तो ऐसा महसूस होता है जैसे दुनिया भर की सारी सुविधाएं मिल गई हों।  पर साथ में दो चिंताएं भी रहती हैं। पहली बिजली खपत की और दूसरी हीटर से होने वाले शारीरिक नुकसान की।  शारीरिक नुकसान की चिंता ज्यादा बड़ी मानी जा सकती है, क्योंकि हीटर शरीर से नमी सोखने का काम करते हैं, जो आगे चल कर काफी नुकसानदायक हो सकता है। यह शरीर में ऑक्सिजन भी घटाते हैं। इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में बता रही हैं चयनिका निगम चिमनी वाले हीटर अच्छे, पर महंगे वेंटफ्री इलेक्ट्रिक हीटर सेहत के लिए उतने नुकसानदायक नहीं होते हैं। वजह होती है, इनकी चिमनी, जिनसे वेंटिलेशन अच्छा रहता है। और हीटर से निकलने वाली खतरनाक गैसें जैसे कार्बन मोनो-ऑक्साइड कमरे से बाहर निकल जाती है। पर ये औरों की तुलना में महंगे होते हैं, इसलिए ज्यादातर लोग इनको नहीं खरीदते।  जबकि अनवेंटेड इलेक्ट्रिक हीटर का चुनाव ज्यादातर लोग करते हैं, जिनसे बुरे तत्व बाहर नहीं निकल पाते और तमाम तरह की हानिकारक गैसें कमरे में ही रहकर सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं। हीटर से गर्मी ही नहीं, मिलती हैं झुर्रियां भी हीटर जा